आज शाम प्लस. कॉम
पार्षद शैली खन्ना ने कहा कि वह सूर्या एन्क्वेल कालोनी को लेकर पिछले 2.5 सालों में लगभग 37 पत्र मैं ट्रस्ट को लिख चुकी हुँ, पर न तो किसी का जवाब मिला और न ही उन पर कोई अमल हुआ। पार्षद शैली खन्ना ने ई.ओ. ट्रस्ट के कई सवाल रखें जिसका उन्हें आज भी कोई जवाब नहीं मिल।
पार्षद शैली खन्ना द्वारा रखे गए सवाल
1. 170 एकड़ में विकसित सूर्या एन्क्लेव कालोनी में सफाई व्यवस्था के नाम पर ट्रस्ट द्वारा कोई भी कर्मचारी नहीं है। पार्षद के नाते सारी कालोनी से मुझे इस संदर्भ में फोन आते रहते है। 35 फीट से लेकर 80 फीट तक की सडक़ों की सफाई राम भरोसे है?
2. सूर्या एन्क्लेव के मेन रोड की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। कुछ जगह पर तो ऐसी स्थिति हो गई है कि सडक़ में खड्डा है या खड्डों में सडक़ इसका पता ही नहीं लगता जिस कारण दोपहिया वाहन दुर्घटना का शिकार होते रहते है।
3. ट्रस्ट द्वारा निकाले गए सडक़ निर्माण के टेंडर अगर कोई ठेकेदार नहीं भरता तो इसमें जनता का क्या कसूर है। ट्रस्ट ने अभी ठेकेदारों में ट्रस्ट खोया है ऐसा न हो कि आने वाले समय में जनता में भी ट्रस्ट के प्रति कोई ट्रस्ट न रहे। वैसे भी मौजुदा प्लॉट मालिक भी ट्रस्ट के चक्कर में आकर अपने जूते घिसा रहे है।
4. जब तक नई सडक़ें नहीं बनती तब तक खस्ता हालत सडक़ों पर ट्रस्ट को पेचवर्क करवा देना चाहिए। ताकि जनता कुछ राहत महसूस कर सके।
5. अकेले 500 गज ब्लॉक में आज तक *80 प्लॉट अभी भी खाली पड़ें हैं। 75000 रूपये नॉन-कंस्ट्रक्शन के हिसाब से 60 लाख रूपये सलाना और 350 गज ब्लॉक में 110 खाली प्लॉटों से 58.74 हजार रूपये ट्रस्ट को आते है*। यदि इसका 15 प्रतिशत भी कालोनी की सफाई व रख-रखाव में खर्च कर दिया जाए, फिर भी काफी पैसा ट्रस्ट को बचता है। यह सिर्फ 2 ब्लॉक का ही हिसाब है। अगर सारी कालोनी का हिसाब लगाया जाए तो आज भी करोड़ों रूपये ट्रस्ट को नॉन-कंस्ट्रक्शन चार्जस के माध्यम से आता है।
6. सूर्या एन्क्लेव में श्मशान घाट की ओर जाने वाली सडक़ के हालात काफी दयनीय है। सडक़ ठीक न होने के कारण आज भी कालोनी निवासी अन्तिम सस्कार के लिए किशनपुरा अन्तिम स्थान है। इस लिए इस सडक़ को पहल के आधार पर ठीक करवाया जाए।
7. स्ट्रीट लाईट व्यवस्था सुचारू रूप से काम नहीं कर रही। आज भी सारी कालोनी में 50 प्रतिशत के करीब लाईट बंद है। 14 मरला ब्लॉक में ट्यूबवैल पर शिकायत रिजस्र्ड लगाया गया है। जिम्मेवार व्यक्ति की जवाबदेही इसके लिए सुनिश्चित की जाए।
8. कुछ महीने पहले मेन रोड में ट्रन्च काट कर केबल डालने का काम किया गया। बाद में उस ट्रन्च को मिट्टी डाल कर भर दिया गया। साथ ही बड़े-बड़े पत्थर उस जगह पर लगा दिए गए। जिसके कारण 40 फुट की सडक़ 20-22 फुट की रह गई। अब तक इस ऐरिया की मरम्मत नहीं करवाई गई। बारिश के दिनों में सारी सडक़ कीचड़ से भर जाती है।
9. 170 ऐकड़ कालोनी में कहीं पर भी कूड़े के डम्प की व्यवस्था नहीं है। जिस कारण से कूड़ा पिक्कर घरो से कूड़ा उठाते है साथ में 100-150 रूपये भी लेते है और बाद में यही कूड़ा इधर-उधर फैंक जाते है। डम्प के लिए किसी स्थान को चिन्ह हित कर ऐसी व्यवस्था बनाई जाए।
10. सूर्या एन्क्लेव की प्रमुख सडक़ों पर रोड-गली की व्यवस्था नहीं की गई। जिस कारण बरसाती पानी सडक़ों पर ही इक्कठा हो जाता है। मेन सडक़ों में सीवर-ठक्कन भी रोड से ऊपर हैं। जिस कारण आए दिन कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है। इन व्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए भी ठेकेदार उपलब्ध करवाया जाए। ताकि शिकायत का निवारण ठीक समय पर हो सके।
11. सूर्या एन्क्लेव में 27 पार्कों में से कुछ पार्क ही डवैल्प हुए है, पर उनमें भी लाईट की व्यवस्था नहीं है और कुछ पार्कों में तो सैर करने के लिए ट्रैक भी उपलब्ध नहीं है। कुछ पार्क तो अभी भी 8-10 फुट तक जंगल बने हुए हैं। जिस कारण सांप, नेवले वहां घुमते रहते है और बच्चों में इसका डर बना रहता है।
11 महीनों में ट्रस्ट चेयरमैन के नाते आहलूवालिया जी ने सिर्फ एक कमर्शियल प्रॉपर्टीज की बोली करवाई जिसे आज सरकार द्वारा सवालिया घोषित कर दी है प्रॉपर्टीज लेने वाले लोग आज इधर उधर देख रहे हैं यह उनके साथ यह क्या हो गया ।