आज शाम प्लस
सोमवार किसान संगठनों और सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जो कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी दे रहे हैं। यह वार्ता का सातवां दौर होगा जिसमें दोनों पक्ष आम सहमति तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने उम्मीद जताई कि प्रस्तावित वार्ता से समाधान हो सकता है और कृषि कानूनों के तहत किसानों का आंदोलन समाप्त हो सकता है।
उन्होंने कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों पर किसानों को उकसाने का भी आरोप लगाया। अवकाश के बावजूद रविवार को कृषि मंत्रालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित की गई। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और रेलवे और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने किसान संगठनों के साथ बातचीत करने से पहले अपने आवास पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ चर्चा की। दिन भर रुक-रुक कर बारिश होने के कारण किसान संगठनों के बीच कोई औपचारिक बैठक नहीं हो सकी। शनिवार की रात से बारिश और ठंड के तापमान ने दिल्ली के सीमांत पर किसान संगठनों और उनके समर्थकों के संकट को बढ़ा दिया है।