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भारतीय नौसेना ने सोमवार को अरब सागर में लगभग 3,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ पाकिस्तान की मछली पकड़ने वाली एक नाव जब्त की है। वर्जित (निषिद्ध) माल के साथ मछली पकड़ने वाली नाव पाकिस्तान के मकरान तटीय क्षेत्र से आ रही थी और प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस वर्जित माल का मकसद भारत, मालदीव और श्रीलंका में आतंकी गतिविधियों को फंड करना था।
भारतीय नौसेना ने कहा कि उसके चालक दल के साथ नाव को आगे की जांच के लिए कोच्चि में निकटतम बंदरगाह पर ले जाया गया है।
श्रीलंका से संबंध रखने वाले सभी पांच क्रू सदस्यों को पकड़ लिया गया है और वर्जित माल के साथ मछली पकड़ने की नाव जब्त कर ली गई है।
भारतीय नौसेना का जहाज सुवर्ण अरब सागर में निगरानी गश्त पर था और इसने एक मछली पकड़ने वाले पोत को संदिग्ध परिस्थितियों में देखा।
इसके बाद इसकी जांच के लिए जहाज की टीम ने एक बोडिर्ंग और तलाशी अभियान चलाया और 300 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थों को जब्त किया गया।
कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन नशीले पदार्थों की अनुमानित कीमत करीब 3000 करोड़ रुपये है।
अधिकारी ने यह भी कहा कि यह न केवल मात्रा और लागत के मामले में एक बड़ी पकड़ है, बल्कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी मार्गों के व्यवधान के ²ष्टिकोण से भी यह महत्वपूर्ण है।
अधिकारी ने बताया कि तस्करी के रास्ते मकरान तट से निकलते हैं यह भारतीय, मालदीव और श्रीलंका के गंतव्यों की ओर फैले हैं।
अधिकारी ने यह भी कहा कि नशीली ड्रग्स से लोगों को लगने वाली लत के अलावा इनका उपयोग आतंकवाद एवं अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल सिंडिकेट के लिए भी होता है।
इसी तरह 15 अप्रैल को आठ पाकिस्तानी नागरिकों को मादक पदार्थों की तस्करी के लिए गुजरात के समुद्र के बीच से पकड़ा गया था। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने उनसे 30 किलो हेरोइन जब्त की थी।
भारतीय तटरक्षक बल ने एक पाकिस्तानी नाव पीएफबी एनयूएच को अंतराष्र्ट्ीय समुद्री सीमा रेखा के पास आठ पाकिस्तानी नागरिकों के साथ देखा था। इसके बाद उनकी तलाशी ली गई और उनकी नाव से 30 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।