आज शाम प्लस
तेलंगाना के मेडक जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। एक विधवा महिला को एक शख्स ने इसलिए जिंदा जलाकर मार डाला क्योंकि वह उस शख्स से अपने उधार दिए हुए पैसे मांग रही थी। इस कुकृत्य को उस समय अंजाम दिया गया जब देश नारी को सम्मान स्वरूप 'महिला दिवस' मना रहा था। मेडक में सोमवार को एक शख्स ने एक आदिवासी महिला को जिंदा जला डाला, जिसकी मंगलवार को हैदराबाद के एक अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, 42-वर्षीय सकरी बाई 80 प्रतिशत तक झुलस गई थीं। यहां के सरकारी उस्माना जनरल हॉस्पिटल में उन्होंने आज दम तोड़ दिया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सामने आई इस चौंकानेवाली घटना में सकरी बाई से उधार लेने वाले एक व्यक्ति ने उन पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें आग के हवाले कर दिया। यह घटना मेडक जिले के अल्लादुर्ग मंडल के गादीपेड्डापुर गांव की है।
पुलिस के मुताबिक, सकरी एक विधवा है। इस दिन जब वह उस शख्स से अपने उधार के पैसे वापस लेने गई, तब उसने इस घटना को अंजाम दिया।
आगे लगने पर मल्कापुर की रहने वाली सकरी चारों ओर दौड़-दौड़कर लोगों से मदद की गुहार भी लगाई। लेकिन, उसकी मदद को कोई भी आगे नहीं आया। बाद में वह झाड़ियों में बेहोशी की हालत में पड़ी मिली। कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें सरकारी अस्पताल पुहंचाया, वहां से उन्हें हैदराबाद शिफ्ट किया गया।
पुलिस ने पेशे से कसाई पी. सदत को गिरफ्तार कर लिया है। पैसे को लेकर महिला संग बहस होने के बाद उसने इस घटना को अंजाम दिया। सदत को अल्लादुर्ग पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, महिला का पति कुछ साल पहले परिवार के सदस्यों के बीच हुए झगड़े में मारा गया था और तब से वह अपने माता-पिता और दो बच्चों के साथ रह रही थी।